जारी रहे जंग
होली पर्व पर श्रेष्ठ शुभारंभ करके अश्लीलता विरोधी लहर को जीवंत बनाये रखने के लिए अनुयाज प्रक्रिया भी चलाने की जरूरत है। समाज की हवा बदलने के लिए निरंतर जीवंत प्रयास करने पड़ते हैं। अनेक आन्दोलन समूहों की तरह अश्लीलता निवारण समूह भी सक्रिय करने होंगे।
होली पर्व पर जो वातावरण बने, उसका भरपूर सदुपयोग करने की योजना प्रबुद्ध परिजन बनायें। इसके लिए अश्लीलता के वातावरण से होने वाले भयंकर दुष्परिणामों की ओर समाज के मूर्धन्यों और नयी पीढ़ी का ध्यान आकर्षित करने का व्यवस्थित क्रम चलाया जाय। नीचे लिखे अनुसार कुछ प्रयोग किए कराये जा सकते हैं।
इस सन्दर्भ में विशेष प्रवचन, पॉवर पाइंट, स्लाइड शो, प्रदर्शनी आदि तैयार किए कराये जाये। शिक्षण संस्थानों में उनके द्वारा जागरूकता लाने के नियमित प्रयास किए जाये।
विभिन्न धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों के सूत्रधारों को प्रेषित करके उन्हें भी इस अभियान को अपने ढंग से आगे बढ़ाने के लिए तैयार किया जाय। कई संगठन मिल- जुलकर व्यापक कार्यक्रम भी बना सकते हैं।
विश्वास रखा जाय कि जब थोड़े से भ्रमित- स्वार्थी लोग मिल- जुलकर अश्लीलता का घातक वातावरण बना सकते हैं, तो परमार्थ वृत्ति से प्रेरित व्यक्ति मिल- जुलकर कर वातावरण शुद्ध भी कर सकते हैं ।
1 .नारी का सम्मान जहाँ है, संस्कृति का उत्थान वहाँ है।
2. गंदे चित्र लगाओ मत-माता को लजाओ मत।
3. नारी का सम्मान जहाँ है, देवों का स्थान वहाँ है।
4. रहे जहाँ नारी सम्मान, बनता है वो देश महान।
5. गंदे फूहड़ चित्र हटाओ, माँ बहनों की लाज बचाओ।
6. फूहड़ गाने-गंदे चित्र, इनसे दूर रहो हे मित्र।
7. चित्र काव्य संगीत कला, रहें स्वच्छ है तभी भला।
8. गंदे फूहड़ गीत न गाओ, मर्यादा समझो समझाओ।
9. कामुक चिंतन गंदे काम, देश वंश करते बदनाम।
10. गंदे पोस्टर चित्र हटाओ, नारी का सम्मान बचाओ।
11. अश्लीलता का दैत्य जलाना है, संस्कृति का प्रहलाद बचाना है।
12. दुर्विचारों की होलिका जलाओ, सद्विचारों का दीप जलाओ।
13. नारी नहीं भोग का साधन, ये है अपनी माता-बहन।
14. दृष्टिकोण को शुद्ध बनालो, कूड़ा-करकट को मत डालो।
15. सार्थक होली चलो मनाओ, दुर्विचार को आज जलाओ।
16. स्त्री को वस्तु नहीं बनाओ, गरिमा को मत ठेस लगाओ।
17. जागो नारी खुद को जानो, अपनी अस्मिता को पहचानो।
18. नारी कोई गुलाम नहीं है, विक्रय का सामान नहीं है,
19. दुर्विचारों का नाश-स्वच्छ विचारों का प्रसार
20. इस संकल्प से मनायें-होली का त्योहार।