मातृ शक्ति श्रद्धांजलि नवसृजन समारोह
( श्रावणी पर्व 26 अगस्त 2018 से माताजी के जन्मशताब्दी 2026 तक ) गृहे गृहे गायत्री यज्ञ अभियान
कार्यक्रम का स्वरूप:-
एक दिन, एक समय, विभिन्न स्थानों पर एक साथ सामूहिक एक कुण्डीय यज्ञो का आयोजन|
यज्ञ का आयोजन आप अपने क्षेत्रीय स्तर पर साप्ताहिक या मासिक गतिविधियों के रूप में कर सकते है | इस कार्यक्रम की पूर्णाहुति माताजी के जन्मशताब्दी समारोह में सामूहिक रूप से दी जायेगी |
कार्यक्रम के तीन चरण : प्रयाज :- यज्ञ से पूर्व प्रक्रिया - जन सम्पर्क, परिजनों से सम्पर्क, स्थान का चयन इत्यादि व्यवस्था |
याज:- यज्ञीय कार्यक्रम का आयोजन |
अनुयाज :- सामूहिक दीपयज्ञ कार्यक्रम , मंडलों का निर्माण , साप्ताहिक स्वाध्याय एवं गतिविधियों का प्रारम्भ व संचालन |